बचपन में हमने बारिश के पानी में ढेरों मस्ती की हैं। लेकिन जैसे-जैसे
हम बड़े होने लग गए वैसे-वैसे हमने इन बारिश की बूंदो से अपना पीछा छुड़ाना
शुरू कर दिया। अब बारिश आने पर हम खुद के बालों और त्वचा को बचाने में लग
गए हैं। कई लोगो का मानना है, कि बारिश का पानी हमारी त्वचा के लिये
अच्छा नहीं होती। तो क्या यह बात सच है, आइये जानते हैं इसके पीछे के
छुपे हुए राज़ को -
2. सॉफ्ट वाटर - अगर आपकी त्वचा को पानी की प्रकृति असर करती है, यानी की अगर बारिश का पानी त्वचा को सूट करता है। तो यह माना जाता है कि बारिश का पानी सबसे शुद्ध सॉफ्ट वाटर होता है, जो कि बिल्कुल भी अल्कलाइन नहीं होता। अगर आप उस पानी को उबाल कर नहाएंगी, तो यह आपकी त्वचा पर चमत्कारी प्रभाव छोड़ेगा।
3. बारिश के पानी का भावात्मक असर- भले की रसायनिक तौर पर बारिश का पानी आपकी त्वचा के लिये अच्छा ना माना जाता हो, लेकिन भवात्मक तौर पर यह कमाल का है। जब बारिश की एक बूंद हमारी त्वचा से टकराती है, तो यह हमें अंदर से सच्ची खुशी प्रदान करती है, और जब हमें अंदर से खुशी महसूस होती है तब हमारी स्किन भी चमकती है। इसलिये अगर आपको भी बारिश प्यारी है, तो बिना सोंचे समझे उसमें कूद पडि़ये।
ध्यान देने वाली बातें- मौनसून की पहली बारिश में ना नहाएं। एक-दो बरसात हो जाने दीजिये जिससे वातावरण में फैला प्रदूषण, उस बारिश के पानी के साथ साथ बह जाए। उसके बाद आप हफ्तेभर की बारिश में किसी भी दिन नहा सकती हैं। अगर बारिश त्वचा को नुक्सान पहुंचाती है, तो भी उससे बचने का उपाय मौजूद है। बारिश में भींगने से पहले अपने शरीर पर वॉटर प्रूफ लोशन या फिर वॉटर प्रूफ सनस्क्रीन लगा कर भींगे। यह क्रीम बारिश में मौजूद रसायन से आपके शरीर को बचाएगी।
बारिश के पानी से त्वचा पर किस तरह से असर पड़ता है?
1. विषैला पानी - अगर आपको जानना है कि बारिश का पानी विषैला है या नहीं, तो इसके लिये आपको ग्लोब पर अपने शहर का नक्शा देखना होगी। यानी की अगर आपका घर शहर में बसा हुआ होगा, तब बारिश का पानी आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। और अगर आपका घर किसी गांव या खूब सारी हरियाली के बीच में है, तो बारिश का पानी आपके लिये किसी अमृत के समान होगा।2. सॉफ्ट वाटर - अगर आपकी त्वचा को पानी की प्रकृति असर करती है, यानी की अगर बारिश का पानी त्वचा को सूट करता है। तो यह माना जाता है कि बारिश का पानी सबसे शुद्ध सॉफ्ट वाटर होता है, जो कि बिल्कुल भी अल्कलाइन नहीं होता। अगर आप उस पानी को उबाल कर नहाएंगी, तो यह आपकी त्वचा पर चमत्कारी प्रभाव छोड़ेगा।
3. बारिश के पानी का भावात्मक असर- भले की रसायनिक तौर पर बारिश का पानी आपकी त्वचा के लिये अच्छा ना माना जाता हो, लेकिन भवात्मक तौर पर यह कमाल का है। जब बारिश की एक बूंद हमारी त्वचा से टकराती है, तो यह हमें अंदर से सच्ची खुशी प्रदान करती है, और जब हमें अंदर से खुशी महसूस होती है तब हमारी स्किन भी चमकती है। इसलिये अगर आपको भी बारिश प्यारी है, तो बिना सोंचे समझे उसमें कूद पडि़ये।
ध्यान देने वाली बातें- मौनसून की पहली बारिश में ना नहाएं। एक-दो बरसात हो जाने दीजिये जिससे वातावरण में फैला प्रदूषण, उस बारिश के पानी के साथ साथ बह जाए। उसके बाद आप हफ्तेभर की बारिश में किसी भी दिन नहा सकती हैं। अगर बारिश त्वचा को नुक्सान पहुंचाती है, तो भी उससे बचने का उपाय मौजूद है। बारिश में भींगने से पहले अपने शरीर पर वॉटर प्रूफ लोशन या फिर वॉटर प्रूफ सनस्क्रीन लगा कर भींगे। यह क्रीम बारिश में मौजूद रसायन से आपके शरीर को बचाएगी।
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